Thursday, March 17, 2016

जन्मकुण्डली का छठा भाव

ज्योतिष ने छठे घर को बीमारी, क़र्ज़, शत्रु, अधीनता, पराधीनता इत्यादि का माना है | लाल किताब के अनुसार इस घर का मालिक बुध और कारक केतु होता है तथा यह घर पाताल होता है | क्योकि लाल किताब के अनुसार केतु हमारे पैर का प्रतिनिधित्व करता है और राक्षसों का निवास स्थान पाताल होता है इसलिए इस घर में राहु उच्च का हो जाता है | अब राहु को छठे घर में लाने के लिए क्या उपाय किया जाये |
उपाय : राहु को छठे घर में लाने के लिए चार किलो सिक्का (लेड) कुए में गिराये |


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